स्तंभ/मीनारें/मस्जिद/छतरियाँ
- नागौर मेड़ता की मस्जिद (मेड़ता), संत तारकीन शाह (संत हमीदुद्दीन) की दरगाह
- चितौडग़ढ विजय स्तंभ एवं कीर्ति स्तंभ
- कपासन हजरत दीवान शाह की दरगाह
- प्रतापगढ़ काकाजी की दरगाह (कांठल का ताजमहल)
- गागरोण मीठेशाह की दरगाह (झालावाड़)
- जयपुर सरगासूली (ईसरलाट), ईदगाह मस्जिद, नालीसर मस्जिद, अकबर की मस्जिद
- गलियाकोट फखरूद्दीन की दरगाह (डूंगरपुर)
- जोधपुर गमतागाजी की मीनार, इकमीनार मस्जिद, गुलाब खाँ का मकबरा, गुलरकालूदान की मीनार
- अलवर सफदरगंज की मीनार
- कोटा नेहरखाँ की मीनार
- शिवगंज सैयद बादशाह की दरगाह स्थित है।(सिरोही)
- अजमेर ढ़ाई दिन का झौंपड़ा
- बयाना ऊषा मस्जिद(भरतपुर)
- जालौर अलाउद्दीन की मस्जिद
छतरियाँ
- 6 खंभों की छतरी लालसोट (दौसा) में स्थित।
- 8 खंभों की छतरी बाडोली, महाराणा प्रताप से संंबंधित।
- 32 खंभों की छतरी रणथम्भौर में स्थित।
- 80 खंभों की छतरी अलवर, मूसी महारानी से संबंधित, महाराजा विनयसिंह द्वारा निर्मित यह छतरी टेढ़ी रेखाओं की महराबदार शैली का एक अत्यंत सुंदर नमूना है।
- 84 खंभों की छतरी बूंदी, भगवान शिव को समर्पित, राजा अनिरूद्ध के भ्राता देव द्वारा निर्मित।
- क्षारबाग की छतरियाँ कोटा एवं बूँदी, यहाँ हाड़ा शासकों की छतरियाँ स्थित है।
- बड़ा बाग की छतरी जैसलमेर, यहाँ भाटी शासकों की छतरियाँ स्थित है।
- राजा बख्तावर सिंह की छतरी अलवर में स्थित।
- राजा जोधसिंह की छतरी बदनौर में स्थित।
- सिसोदियावंश के राजाओं की छतरियाँ आहड़ (उदयपुर) में स्थित।
- रैदास की छतरियाँ चितौडग़ढ़ में स्थित।
- गोपाल सिंह की छतरी करौली में स्थित।
- देवकुंड (बीकानेर) राव बीकाजी व रायसिंह की छतरियाँ प्रसिद्ध है।
- मंडोर (जोधपुर) यहाँ पंचकुंड स्थान पर राठौड़ राजाओं की छतरियाँ स्थित है।
- गैटोर (नाहरगढ़) यहाँ कछवाहा शासकों की छतरियाँ स्थित है। यहाँ जयसिंह द्वितीय से मानसिंह द्वितीय तक की छतरियाँ है। केवल ईश्वरीसिंह की यहाँ छतरी नहीं है।